बिखर गए सब ताने बाने, रिश्तेदारी टूट गयी,
अपने पराये रूठ गए तकदीर से यारी टूट गयी।
ये है तेरा वो है मेरा भूल जा किस्से माजी के,
पलटा है तकदीर ने पासा दावादारी टूट गयी।
जो भी मिला तकदीर से तुझको उसपे ताना'अत कर लेना,
अपना अपना दाना है अब साझेदारी टूट गयी।
आँधी आयी गुलशन उजड़ा पत्तों की औकात है क्या,
जिसपे तेरे तिनके थे वो शाख बेचारी टूट गयी।
आज हमारे दिल का सफीना आके भंवर में डूब गया,
यास ने अपने पाओं पसारे आस हमारी टूट गयी।
खेल है सारे किस्मत के "शैदा" शिकवा ठीक नहीं,
तेरे दावे झूठे निकले तेरी बारी टूट गयी।
- मो वाली शैदा, मेरठ
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